दर्द में रहे हम मुस्कान कि ख्वाइस नहीं बची। कोई जत

दर्द में रहे हम मुस्कान कि ख्वाइस नहीं बची।
कोई जताए प्रेम हमसे ये आजमाइश नहीं बची।
किसी ने तोड़ा टूट गए तब हम नादान थे यार।
अब क्या तोड़ोगे टूटने की गुंजाइश नहीं बची।
दर्द में रहे हम मुस्कान कि ख्वाइस नहीं बची।
कोई जताए प्रेम हमसे ये आजमाइश नहीं बची।
किसी ने तोड़ा टूट गए तब हम नादान थे यार।
अब क्या तोड़ोगे टूटने की गुंजाइश नहीं बची।