एक दौर था कि आम बजट का ऐलान होता था और उसके बाद मुश्किल से उद्योग संगठनों के साथ दो-तीन बैठक ही होती थी 12 प्रेस कॉन्फ्रेंस होते थे और पूरे देश को पता चल जाता है कि बजट में क्या है इस बार में अमजद बजट पेश हुए 1 महीने से ज्यादा समय हो गया लेकिन इस बारे में अभी तक देश भर में घूम-घूम कर वित्त मंत्री उद्योग जगत को बता रहे हैं की प्रेस कॉन्फ्रेंस की कर रही है शीर्ष स्तर पर भी कोई मंत्री अपने-अपने स्तरों पर बजट प्रावधानों का गुणगान कर रहे हैं लेकिन असली समस्या वित्त मंत्री के उन भावों को जिन्हें हर बैठक में नए थे डालने पड़ रहे हैं उन्होंने खास मदद करनी पड़ रही है उनकी समस्या आप इस स्थिति से समझ सकते हैं कि इस साल के बजट भाषण का समय सिर्फ 90 मिनट था जो हाल के वर्षों में सबसे कम है ©Ek villain #बजट पेश करने का ऐलान #Moon