प्रेरणा पिताजी अक्सर कहा करते थे कि " बैठे रहो नदी के किनारे कभी तो लहर आएगी , बैठे रहो नदी के किनारे कभी तो लहर आएगी चिंता मत कर एक दिन बन्दे, तुझको मंजिल मिल जाएगी तेरी मेहनत तेरी जिद एक दिन रंग दिखाएगी तेरे हौंसलो के आगे मुश्किले कब तक टिक पाएगीं सूरज की रोशनी को कब रोका है अंधेरो ने तेरी मंजिल खुद चल कर तेरे कदमो में आ जायेगी बैठे रहो नदी के किनारे कभी तो लहर आएगी .....Sanjay Kaushik #Motivation#Prerna#प्रेरणा#गुडथिंकिंग: Always B+