✰═❖═▩ஜ۩۞۩ஜ▩═❖═✰ ज़ख्म क्या होता है ये बताएँगे किसी रोज़ कमाल की ग़ज़ल तुमको सुनाएंगे किसी रोज़..... ❦♡✺❥● थी उनकी ज़िद के मैं जाऊं उनको मनाने मुझे ये वहम था की वो बुलाएँगे किसी रोज़..... ❦♡✺❥● मैंने कभी सोचा भी नहीं था ऐसा की मेरे दिल को वो इतना दुखायेंगे किसी रोज़.... ❦♡✺❥● उड़ने दो इन परिंदों को आज़ाद फ़िज़ाओं में गर होंगे तुम्हारे तो लौट के आएंगे किसी रोज़..... ❦♡✺❥● #footsteps #Aayege Ek Roj