अंतिम शब्द : अंतिम शब्द एक बेटी के जो लगाती गुहार अपनी माता से मुझको बचा लें माँ किसी तरह बचा लें माँ मैं मरना नहीं चाहती हूँ आज फिर लूटी उसकी अस्मिता हैं जिसकी उम्र सिर्फ बाइस हैं गुहार लगाती जायी से मैं मरना नहीं चाहती हूँ हैवान भी शर्मिंदा हैं मर्दों की इस हैवानियत से मेरुदंड बच्ची का तोड़ा हैं गला पकड़ के रौंदा हैं जिस कोख से जन्म लेते हैं उसको ही तार तार करते हैं यहाँ शैतान भी शर्मिंदा हैं जिस हैवानियत से बच्ची को रौंदा हैं इतना ही लिखते मेरे चछु से अश्रु छलक जाते हैं कैसे कहुँ उस माँ की व्यथा जिसकी निज जनि बेटी को हैवानों ने किस बेरहमी से रौंदा हैं इतने पर भी थमे नहीं ज़िंदा बेबस लाचार को अग्नि कुंड में झोका हैं कैसे लिखू उन दर्दों को जिसको मैं सह न सकी फिर आज धरा पर लूटी गयी मासूम सी एक बच्ची को ! ©मधुबाला मौर्या #beti #Betiyan #Trending #trend #kavishala #kavi #कविता #कवयित्रीमधुबाला #HappyDaughtersDay2020