#OpenPoetry बड़ा सुहाना लग रहा है आज बादल बिन हवा ही झूमकर उड़ाऊ मैं आँचल दुनिया की नज़रो से इक तुम्हे चुराकर सजा लूँ आंखों में ताउम्र बनाकर काजल अंजली