उसके शहर में आये थे किराये की जिंदगी लेकर! उम्र भर मकान को सजाते रहे खुद को बेचकर!! भूल बैठे एक दिन ये मकान खाली भी करना है, इसी भूल की किस्तें भरते रहे मुस्कराना छोड़कर !! याद दिलाया भी उसने,रुक जा तू किरायेदार है, ख्वाहिशों के पीछे भागते रहे सांसे उधार की लेकर !! ✍️maya #nojoto#love#life#jindagi#kiraya, #shayri#poetry