Nojoto: Largest Storytelling Platform

ये भी तो रोज़ पिघलता है, ना जाने क्यूं सदियों से ज

ये भी तो रोज़ पिघलता है,
ना जाने क्यूं सदियों से जलता है,
आफताब कब ज़मीन की बाहों में
संभलता है.... #आफताब #जलता_पिघलता #ज़मीन #शायर_ए_बदनाम
ये भी तो रोज़ पिघलता है,
ना जाने क्यूं सदियों से जलता है,
आफताब कब ज़मीन की बाहों में
संभलता है.... #आफताब #जलता_पिघलता #ज़मीन #शायर_ए_बदनाम