आज अपनी इस मोहोब्बत का अंजाम तलाशते है, जो रहा गया अधूरा अधरों पर वो जाम तलाशते है। दुनियां पूछती है मुझसे के राब्ता क्या है मेरा तुझसे, आज अपने इस रिश्ते का चलो नाम तलाशते है। बिन मांगे मिल जाये हमे जहाँ सुकून के बस दो पल, चलो चलकर आज हम ऐसी कोई शाम तलाशते है। सर्द रातों में बेवक्त अक्सर अनायास ही जागकर , हम करवटों में जाने क्यूँ रोज़ तेरा नाम तलाशते है। तेरे शहर की ऊँची ऊँची महफ़िलो से है वास्ता मेरा, हम अक़्सर तुझे जाकर वहाँ सरेआम तलाशते है। आज अपनी इस मोहोब्बत का अंजाम तलाशते है।। #NojotoQuote Chalo Aaj Apni Mohobbat Ka... #mypoetry #myquote #onlyforyou #nojotopoetry