अभी तो कुछ ही रंग देखें हैं तुमने अभी तो बहुत कुछ देखना बाक़ी है। क्या सोच रहे हो , किस सोच में पड़े हो अभी तो तुम संघर्ष की मैदान में खड़े हो। कुछ अपनी तन्हाई के साथ गम भी पीना है क्यूंकि तुम्हें अभी अपनी जिन्दगी को जीना है ।। क्या कभी हमने सोचा है कि हम क्या सोचते रहते हैं? #सोच #collab #yqdidi .. हिंदी साहित्य प्रेमी YQ Sahitya ज़रूर फ़ॉलो करें। #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi #shalinimaurya #jindagi #muskil_waqt