सपनों में हम दोनों के, बिखरे बिखरे रंग रोगन हैं । यादों की पिचकारी से, रस रंग में डूबी जोगन है ।। मेरे श्वेत सजीवन में, रंगत भरने तुम आओ न । विरहा को शीतल कर दो, निज प्रीत से प्यास बुझाओ न ।। #alokstates #vrinda #essentiallydeep #holi #yqdidi #yqbaba #yqbhaijan #hindipoetry