मुझे हर दिन सनम अब तो,तुम्हीं बस याद आते हो। मुझे पल-पल भला इतना, न जाने क्यों सताते हो। ये दिल बेचैन रहता है, सुकूँ इसको नहीं मिलता- मगर मेरे सनम मुझको, नहीं मिलने बुलाते हो। #मुक्तक #तेरी_यादें #विश्वासी