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सेवामें, श्रीमान शिक्षा निदेशक महोदय, शिक्षा नि

सेवामें, 
	श्रीमान शिक्षा निदेशक महोदय,
	शिक्षा निदेशालय (स्कूली शिक्षा),
	बीकानेर (राजस्थान) ।


विषय :- राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालयों में कक्षा 11 व 12 (कला वर्ग) में राजस्थानी साहित्य विषय शुरू करवाने बाबत्।
मान्यवर,
	उपरोक्त विषयान्तर्गत निवेदन है कि राजस्थानी प्रदेश की मातृभाषा हैं। इसकी संवैधानिक मान्यता हेतु मोजुदा कांग्रेस सरकार प्रयासरत हैं लेकिन यह स्कूली शिक्षा में उपेक्षाओं का शिकार हो रही है। वर्तमान में 56 के लगभग उच्च माध्यमिक विद्यालयों में कक्षा 11 व 12 (कला वर्ग) में राजस्थानी साहित्य विषय संचालित है जो की बहुत कम हैं। जबकि उर्दू, पंजाबी, सिंधी,गुजराती विषय राजस्थानी साहित्य विषय से कही अधिक विद्यालयों में संचालित है जो हमारी मातृभाषा के लिए सोचने का विषय है।
	अत: श्रीमान जी मातृभाषा के विकास और लगाव हेतु हमारी मांगो पर गोर करें!
1. जिला और तहसील मुख्यालयों की राजकीय विद्यालयों में कला वर्ग में राजस्थानी साहित्य विषय अतिरिक्त विषय के रूप में अनिवार्य स्वीकृति संचालन करवाये। 
2. प्रत्येक सत्र में नवक्रमोंत विद्यालयों में 20 प्रतिशत विद्यालयों में राजस्थानी साहित्य एच्छिक विषयों में अनिवार्यता देंवे।
3. जिन विद्यालयों से राजस्थानी साहित्य विषय हटाने का SDMC प्रस्ताव भेजे उन्हें अतिरिक्त विषय प्रदान करें किन्तु राजस्थानी विषय यथावत रखे।
4. जिन विद्यालयों से राजस्थानी विषय संचालन हेतु प्रस्ताव आये, वहाँ अतिशीघ्र संचालन की स्वीकृति प्रदान करें।
  
मान्यवर आप से हमें उम्मीद ही नहीं पूर्ण विश्वास है कि मातृभाषा राजस्थानी भाषा के पक्ष में उचित निर्णय लेंगे।
आप के दीर्घायु और मंगलमय स्वास्थ्य कि कामना करते हैं। 

										 भवदीय 
									राजस्थानी भाषा समर्थक  
                                               ( हाड़ौती संभाग)



प्रेषित पत्र:-
1 माननीय मुख्यमंत्री श्री अशोक जी गहलोत राजस्थान सरकार। 
2 माननीय उपमुख्यमंत्री श्री सचिन जी पायलट राजस्थान सरकार।
3 माननीय शिक्षा मंत्री(स्कुल शिक्षा) श्री गोविन्द सिंह जी डोटासरा राजस्थान सरकार। #message #जय_राजस्थान_जय_राजस्थानी
#NojotoRajasthani #मायड़भासा #म्हारो_राजस्थान #हरप्रीतशशांक #Quote #Shayri #lmportantMessge #Rajasthanikavi
सेवामें, 
	श्रीमान शिक्षा निदेशक महोदय,
	शिक्षा निदेशालय (स्कूली शिक्षा),
	बीकानेर (राजस्थान) ।


विषय :- राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालयों में कक्षा 11 व 12 (कला वर्ग) में राजस्थानी साहित्य विषय शुरू करवाने बाबत्।
मान्यवर,
	उपरोक्त विषयान्तर्गत निवेदन है कि राजस्थानी प्रदेश की मातृभाषा हैं। इसकी संवैधानिक मान्यता हेतु मोजुदा कांग्रेस सरकार प्रयासरत हैं लेकिन यह स्कूली शिक्षा में उपेक्षाओं का शिकार हो रही है। वर्तमान में 56 के लगभग उच्च माध्यमिक विद्यालयों में कक्षा 11 व 12 (कला वर्ग) में राजस्थानी साहित्य विषय संचालित है जो की बहुत कम हैं। जबकि उर्दू, पंजाबी, सिंधी,गुजराती विषय राजस्थानी साहित्य विषय से कही अधिक विद्यालयों में संचालित है जो हमारी मातृभाषा के लिए सोचने का विषय है।
	अत: श्रीमान जी मातृभाषा के विकास और लगाव हेतु हमारी मांगो पर गोर करें!
1. जिला और तहसील मुख्यालयों की राजकीय विद्यालयों में कला वर्ग में राजस्थानी साहित्य विषय अतिरिक्त विषय के रूप में अनिवार्य स्वीकृति संचालन करवाये। 
2. प्रत्येक सत्र में नवक्रमोंत विद्यालयों में 20 प्रतिशत विद्यालयों में राजस्थानी साहित्य एच्छिक विषयों में अनिवार्यता देंवे।
3. जिन विद्यालयों से राजस्थानी साहित्य विषय हटाने का SDMC प्रस्ताव भेजे उन्हें अतिरिक्त विषय प्रदान करें किन्तु राजस्थानी विषय यथावत रखे।
4. जिन विद्यालयों से राजस्थानी विषय संचालन हेतु प्रस्ताव आये, वहाँ अतिशीघ्र संचालन की स्वीकृति प्रदान करें।
  
मान्यवर आप से हमें उम्मीद ही नहीं पूर्ण विश्वास है कि मातृभाषा राजस्थानी भाषा के पक्ष में उचित निर्णय लेंगे।
आप के दीर्घायु और मंगलमय स्वास्थ्य कि कामना करते हैं। 

										 भवदीय 
									राजस्थानी भाषा समर्थक  
                                               ( हाड़ौती संभाग)



प्रेषित पत्र:-
1 माननीय मुख्यमंत्री श्री अशोक जी गहलोत राजस्थान सरकार। 
2 माननीय उपमुख्यमंत्री श्री सचिन जी पायलट राजस्थान सरकार।
3 माननीय शिक्षा मंत्री(स्कुल शिक्षा) श्री गोविन्द सिंह जी डोटासरा राजस्थान सरकार। #message #जय_राजस्थान_जय_राजस्थानी
#NojotoRajasthani #मायड़भासा #म्हारो_राजस्थान #हरप्रीतशशांक #Quote #Shayri #lmportantMessge #Rajasthanikavi