एक सवाल अपने दिल से मेरा कि, जो शायर जगा है अभी-अभी वो कहाँ सो गया था? जो हौंसला आया है अभी-अभी वो कहाँ खो गया था? ए वक्त तू उसकी बदौलत है या बात कोई दूसरी ही है?? ये जो कहानी चल रही है ये आधी है या पूरी ही है ये जो शब्दों संग तेरा नाता है ये कहाँ टूट गया था, ज़िन्दगी ने इतने रंग दिखाए अपना रंग कहाँ छूट गया था, जीत तो ये यहाँ खड़ी है, तू बीच में कहाँ थक गया था? कि असली मकाम तो अब हाथ आया है,तू कहाँ रुक गया था। #yqdidi #yababa #भाग्यshree Mrng thoughts ~Rahulk iloveu~