पल्लव की डायरी ऐब लगाकर चित दुश्मनों को किया जा रह

पल्लव की डायरी
ऐब लगाकर
चित दुश्मनों को किया जा रहा है
धार देकर,
बिपक्ष को कमजोर किया जा रहा है
आचरणों की चारण गाथा गाकर
खुद को पाक साफ समझा जा रहा है
मर्यादा की अनदेखी कर
लोकतंत्र तार तार किया जा रहा है
सत्ता की ओट लेकर
एजेंसियों का दुरूपयोग किया जा रहा है
भविष्य भारत का 
अराजकता की ओर धकेला जा रहा है
                                                प्रवीण जैन पल्लव

©Praveen Jain "पल्लव"
  #Anticorruption भविष्य भारत का,अराजकता की ओर ढकेला जा रहा है
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