ज़माना आज का.. ये ख़्वाब, ख़्याल, ख़ामोशी, सब एक हो गये, जज़्बात, इरादे, कसमे-वादे, सब फ़ेक हो गये, निभाने थे जितने फ़र्ज , वो सब कर्ज हो गये, जिनसे भी मिले उस रोज़, सबसे अर्ज़ हो गये, एक झूठी मोहब्बत निभानें में दोनों खर्च हो गये, फ़िर आगे बढ़े और दोनों के लिये नये सर्च हो गये..!! #yqbaba #yqdidi #yqquotes #बदलता_दौर #बदलता_इश्क़