बहल तुम जाओगे, फिर पुरानी डायरी खोलो मिलेंगे पेड़ जिसकी ओट में लिखी कहानी थी सदी के बाद लौटे गांव में शहरियों को था देखा चमक थी बूढ़ी आंखों में और लौटी जवानी थी ©संजीव बहल तुम जाओगे #walkingalone #dairy