गुरूर था भी हमको बहुत , अपनों के होने का एक हल्की आंधी अयी सब गैर हो गए सबने बनाएं घर मेरी घर की ईंट से कुछ ईंट थी मेरी अपनी ,सब ढेर हो गए अल्फ़ाज़ कुछ निकले आंखो के रास्ते कुछ ने समझा दर्द कुछ शेर हो गए Reenu✍️ #Nojoto#Nojotonews #Nojotohindi#Shayri#Poem#Stort #Sher#Priyankaanuragi#Reenu ✍️chai aur kavita मुसाफिर.... Devi Pareek🤷♀ Sandeep Rajpoot 🗡️🗡️