अपने हाँथ मेरे, हांथों पे मार दे लो आ गया मै,मुझ को संवार दे ज़िंदगी तो सुख दुःख का मेला है सुख में न सही, दुःख में पुकार दे { अनुशीर्षक*में "बचपन की यारी "} ≤≤≤≤≤≤≤≤≤≤≤≤≤≤≤≤≤≤≤≤≤≤≤≤≤≤≤≤≤≤≤≤≤≤≤≤≥≥≥≥≥≥≥≥≥ ❤HAPPY ±FRIENDSHIP± DAY ±DEAR 💖👸💖 ≤≤≤≤≤≤≤≤≤≤≤≤≤≤≤≤≤≤≤≤≤≤≤≤≤≤≤≤≤≤≤≤≤≤≤≤≤≤≤≤≤≤≤≤≤ ✨️✨️ कहते हैं बंद आंखों के सपने, वो जहाँ कितना हसीन था, हम नंगे पैर भले थे, पर संग अपने,