कान्हा का जन्मोत्सव मना रहा है सारा संसार कोई कहे सखा रे उसको कोई कहे ईश अवतार तोड़ बेड़ियाँ कारागार की गोकुल के ग्वाल बने माँ यशोदा के दुलारे और पिता के नंदलाल बने चुरा कर माखन भूख मिटाई राधा संग रास रचाई देख नज़ारा ब्रह्मांड का मुख में मातृ यशोदा अकुलाई देवकीनंदन बनकर तुमने तब कंस का संहार किया दुराचार के भार को उतार धरती का उद्धार किया गोकुल की गलियों में कन्हैया आज भी तुम्हारी प्रतीक्षा है तुमको चुने अपना मित्र मानवता की बस यही परीक्षा है ♥️ Challenge-676 #collabwithकोराकाग़ज़ ♥️ आप सभी को कोरा काग़ज़ परिवार की ओर से श्रीकृष्ण जन्माष्टमी की हार्दिक शुभकामनाएँ। भगवान श्रीकृष्ण आपकी सभी मनोकामनाएँ पूर्ण करें। ♥️ ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें :) ♥️ रचना लिखने के बाद इस पोस्ट पर Done काॅमेंट करें।