लंबे समय तक हिंदू और हिंदुत्व के बीच अनावश्यक अनुग्रहित खड़ा करने के बाद कांग्रेसी नेता राहुल गांधी ने जब भारत के अभिप्राय पर आपत्तिजनक बयान दिया उन्होंने संसद में यह कहकर चौंका दिया कि भारत राष्ट्रीय नहीं बल्कि राज्यों का समूह है जिस प्रकार हिंदू तत्व को हिंदू धर्म से अलग दिखाने का प्रयास दुर्भावना से प्रेरित था उसी प्रकार भारत की सार्वजनिक अवधारणा का अनर्थ राहुल के दूर ग्रह का प्रदर्शन था प्रधानमंत्री मोदी ने उनके बयान की गंभीरता को समझते हुए राष्ट्रपति के अभिभाषण पर अपने संबोधन का काफी समय इसी जवाब देने के लिए दिया उन्होंने बयान द्वारा राहुल ने यह जताने का प्रयास किया है कि राज्यों की दया और स्वच्छता से भारत का एक देश के रूप में है और भारत राष्ट्रीय तो कतई नहीं भारत की है व्याख्या सांस्कृतिक रूप से तो गलत है यही कांग्रेस ने 79 दिन की प्रेरणा से पार्टी ने भारत के राष्ट्रीय खिलाड़ी वंदे मातरम को अपना बनाने वाली पार्टी जिसका औपचारिक नाम ही भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस है यदि ऐसे नेता राष्ट्रीय अवधारणा को नकार दें तो इससे पता चलता है कि पार्टी है बल्कि उनके विरुद्ध खड़ी हो गई है जिन्होंने लेकर उसका सर्जन हुआ था यह रास्ते और देश के बीच का भेद समझने के लिए यह जानना आवश्यक है कि राहुल ने लोगों का जब भारत को रास्ते से इनकार करते हैं तो उनकी मंशा क्या होती है ©Ek villain #राष्ट्रीय भाव के खिलाफ खड़ी होती कांग्रेश #promiseday