वक़्त-ए-ख़ास पर जब भी विसाल हो, चाहतें हों पूरी की ना कोई मलाल हो, दुआ है की रस्म-ए-होली की फ़ज़ा हो, फ़िर तेरे रूख़सार हों और रंग-ए-गुलाल हो اا विसाल - मुलाका़त, रुख़सार- गाल _Word_Collab_Challenge_ आइए इस होली महोत्सव में शामिल होइए,, हमारे साथ Collab करें 👉 Urdu_Hindi Poetry इस होली के लिए लफ़्ज़ है "रंग-ए-गुलाल" जिसका अर्थ होता है "होली का गुलाल" colour of powder sprinkled on Holi festival, ।