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वक़्त-ए-ख़ास पर जब भी विसाल हो, चाहतें हों पूरी की

वक़्त-ए-ख़ास पर जब भी विसाल हो,
चाहतें हों पूरी की ना कोई मलाल हो,

दुआ है की रस्म-ए-होली की फ़ज़ा हो, 
फ़िर तेरे रूख़सार हों और रंग-ए-गुलाल हो اا विसाल - मुलाका़त, रुख़सार- गाल 
_Word_Collab_Challenge_
आइए इस होली महोत्सव में शामिल होइए,,
हमारे साथ Collab करें 👉 Urdu_Hindi Poetry

इस होली के लिए लफ़्ज़ है "रंग-ए-गुलाल"
जिसका अर्थ होता है "होली का गुलाल" colour of powder sprinkled on Holi festival, ।
वक़्त-ए-ख़ास पर जब भी विसाल हो,
चाहतें हों पूरी की ना कोई मलाल हो,

दुआ है की रस्म-ए-होली की फ़ज़ा हो, 
फ़िर तेरे रूख़सार हों और रंग-ए-गुलाल हो اا विसाल - मुलाका़त, रुख़सार- गाल 
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जिसका अर्थ होता है "होली का गुलाल" colour of powder sprinkled on Holi festival, ।
tariqueaziz4570

Abeer Saifi

New Creator