मतलब की अधूरी लाइन..... अगर तुमसे मतलब की बात करो तो समझदारी. मतलब समझाओ तो फिर हिस्सेदारी... मतलब के हैं रिस्तेदार..मतलबी है रिश्तेदारी... मतलब हो तो झुक जाते है मतलब होंतो नमस्ते है मतलब गर हो गया पूरा तो फिर तुम को क्या हम समझते है मतलब से अब मतलब मुझको मतलब हमसे तो मतलब तुमको बड़ा आदमी बना दिया मतलब से हम ने ..... तो अब न मुझसे मतलब तुमको.. अब न मुझसे मतलब तुमको ..... मतलब की बची हुई लाइन