मेरी नज़रे ना जाने किसको कहा ढूंढती है, पागल हैं जो इस जहां मे खुदा ढूंढती है, नेस्तो नाबूद कर दिये ना जाने कितनो के मोहल्ले जिसने, अब मेरे आशियाने का पता मोहब्बत की वो हवा ढूंढती है। मोहब्बत #ghazal #nojotohindi #nojoto