Unsplash **हवाओं की जब बात हुई तो उसको खुशबू लिखा मैंने। आसमान की बात हुई तो उसको चांद कहा मैंने। फूलों की बात छिड़ी तो उसको चमेली लिखा मैंने। बगानों की बात छिड़ी तो उसको शरारती तितली बताया मैंने। सूरज की रोशनी से भी ज्यादा तेज है उसके चेहरे पर, सितारे भी फीके लगते हैं उसकी आंखों के असर पर। शब्द भी खत्म हो गए खूबसूरती की, उसको अब क्या लिखूंगा मैं। बड़े बेचैन हैं डायरी के पन्ने, उसका अब नाम लिखूंगा मैं।** ©aarush #3rdpost स्वरचित कविता hindi poetry on life