संस्कार, धर्म, शिक्षा और परिवार..... स्त्री के हिस्से क्यों आता है? विधवा, पुरुष से दुख बांटे तो उसे कुलटा कहा जाता है.. लेकिन विधुर, स्त्री के बिना नहीं रह पता है ।।।।।। एक उंगली चरित्र पर, सीता को वन में धकेला जाता है........ शबरी के झूठे बेर खाने पर, राम को दोष क्यों नहीं आता है ।।।।।।।।।। टीवी, फिल्मों, आफिसों में औरत ढूंढते पुरुष को..... मां में क्यों, औरत का अक्स नजर नहीं आता है।।।।।। औरत की बनाई दुनियां में.. औरत का अस्तित्व, पीड़ा से लिखा जाता है... ए मां,,,, तुझसे जुदा... भगवान की सूरत क्या होगी🙏🏻😌🙏🏻 धरती मां 🙏🏻हरि ॐ🙏🏻 ©Ram Yadav #अध्यात्म #वन क्रांति