रखना चाहते है वो हिसाब हमारे हर वक्त का… उनके गुमनाम वक्त का पुछ लिया जब हिसाब…. भरी मेहफिल मे हम बदनाम हो गये फिर से…. जब किसी गैर ने कह दिया … वो वक्त हमारा था… और कल भी होगा….. ©Kiran Pawara #Waqt