Nojoto: Largest Storytelling Platform

राग-जार हो गया दिल मेरा कोई शबनम की बूंद क्यों नही

राग-जार हो गया दिल मेरा
कोई शबनम की बूंद क्यों नहीं ठहरता
आंखें तो सबकी ठहरती है
किसी का दिल क्यों नहीं ठहरता
दवा-साज कहता है खुद को, सारे मर्ज की दवा जानता है
वाबाल में कलब है मेरा, मेरा खुद-सार इरादे क्यों नहीं मानता है
राहिल हूं हमराह की तलाश में, संग-जार पर चलना मंजूर नहीं
ता-हद-ऐ-नजर तक देख लिया मैंने, मुंतजर किसी मंजर में नहीं

©Muntashir Soul Raag Zaar

#HeartBreak
राग-जार हो गया दिल मेरा
कोई शबनम की बूंद क्यों नहीं ठहरता
आंखें तो सबकी ठहरती है
किसी का दिल क्यों नहीं ठहरता
दवा-साज कहता है खुद को, सारे मर्ज की दवा जानता है
वाबाल में कलब है मेरा, मेरा खुद-सार इरादे क्यों नहीं मानता है
राहिल हूं हमराह की तलाश में, संग-जार पर चलना मंजूर नहीं
ता-हद-ऐ-नजर तक देख लिया मैंने, मुंतजर किसी मंजर में नहीं

©Muntashir Soul Raag Zaar

#HeartBreak