White अजी हाँ! बिहार हूँ मैं।। संस्कृति की परछाई हूँ, इतिहास की पहचान हूँ, गौतम की निर्वाण धरा, महावीर की संतान हूँ। ज्ञान दीप की जोत जलाए, नालंदा का शिखर हूँ मैं, तेजस की मैं उड़ान हूँ, गणतंत्र की पहचान हूँ मैं।। मौर्य, गुप्त, पाल की धरती, चंद्रगुप्त की शान हूँ, अशोक का बौद्ध प्रचार, सम्राटों की मुस्कान हूँ। चाणक्य की नीति हूँ, आर्यभट्ट का आविष्कार हूँ, वाल्मीकि की रामायण, विद्यापति का संसार हूँ।। मांझी की वो जिद्द हूँ, जो पर्वत को हराता है, दिनकर की कविता हूँ, जो युग को जागरूक कर जाता है। बिस्मिल्ला की शहनाई, जयप्रकाश की पुकार हूँ, सीता की भूमि हूँ, जनक की नगरी का श्रृंगार हूँ।। राजेन्द्र की आशा हूँ, गांधी की हुंकार हूँ, गोविंद सिंह की शक्ति हूँ, कुंवर सिंह की तलवार हूँ। बिंदुसार का शासन हूँ, मगध का आकार हूँ, पाणिनी का व्याकरण हूँ, ज्ञान का भंडार हूँ।। गंगा की निर्मल धारा, पर्वत मंदार हूँ, रेणु की अमर कहानियाँ, मातृभूमि का प्यार हूँ। इतिहास की स्वर्णिम रेखा, भविष्य की नई धार हूँ, अजी हाँ! बिहार हूँ मैं, भारत की अभिमान हूँ। ©Evelyn Seraphina # poetry quotes #bihardiwas #bihar #writer #poetry #everyone #writercommunity