मैं पहले एक गाँव था..... ✍कुँवर अरुण 👇👇👇👇👇👇👇👇👇 ©Kunwar arun ¥ मन हो तो पड़ लो 🙃🙃🙃 मैं एक गाँव था जो बर्षों पहले था हरा भरा जिसमें बादल थे परियाँ थी किस्से थे कहानियां थी कच्चे मकान थे मैदान थे मुझ मे खुश रहते पशु पक्षी इंसान थे हर शाम नशीली होती थी