रूबरू हुए जो एक दूजे से, दिल के तार मिल गए, कुछ तुमने कही कुछ हमने सुनी, किस्से जिंदगी के शुरू हुए, ये ना जाने कैसा इत्तफाक जिंदगी का जो हम एक राह के राही हुए, कल तक थे जो अनजाने अब आज देखो कैसे एक दूजे के दीवाने हुए। राह अनजानी फिर भी मंजिल एक,शुरू एक कहानी हुईं, आज दुनियां भी कहने लगी देखो राधा कृष्ण की दीवानी हुई, सफर जो शुरू हुआ जिंदगी का जवां दिलों के कदम बढ़ते गए, ना जाने कितने चर्चे आज मेरे शहर में देखो कैसे सरेआम हुए । ख़्वाबों के जो पंख लग गए दिवा स्वप्न में ही दिल खो गए, दो दिल मिले ही ना थे, देखो ये कैसे दुर्भाग्य के बादल घिर गए, जवाने के दस्तूर नासिर बन गए , दो दिल मिल कर अब दूर हो गए, दिल के अरमां दिल में दफन हो गए, दो जिस्म आज जिंदा ही मुर्दा बन गए । ©Dayal "दीप, Goswami.. love story### #OneSeason pratibha Singh thakur अंशुल(लफ्ज़) Pravin Kumar Sinha POOJA UDESHI सत्यप्रेम