दिल किताबों से लगा माशूका से नहीं ठोकरें वक्त की खायेगा मोहब्बत किताबों से करे तो लाख नसीहतें मुफ्त ही पायेगा बेदम शायर आयुष कुमार गौतम की कलम से मोहब्बत किताबों से कर