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एक बार फिर मुलाक़ात और कितना नजरअंदाज करोगे मुझे

एक बार फिर मुलाक़ात

और कितना नजरअंदाज करोगे मुझे
मुझ पर नज़र रखने के बाद
देखते भी ही मेरी तरफ
और फिर नज़रें भी चुरा लेते हो
ये बताओ 
शख्शियत से मेरी
क्यों इतना परेशान हो जाते हो
मैं वही हूं
जो कल थी
बस! बदल गया है थोड़ा चेहरा
पिघल गया है थोड़ा दिल
लेकिन ! सुनो
मुझे पहचानना इतना भी नहीं है मुश्किल
हां! मैं वही हूं
जो कल थी
जब भी आओ मेरे सामने
मुझ पर नज़र मत रखना
मेरा दिल रखना
और
नज़रों से नज़र मिलाकर बात करना
हां ! 
मुझे अच्छा लगेगा
एक बार फिर 
पहले की तरह
तुमसे मुलाक़ात करना।

- @शिखा शर्मा

©Shikkha Sharrma #Visitation #Alfaz #Feelings #Emotions #Kalam #Life #LifesDiary #Poetry #UnspokenThoughts #ShikkhaSharrma
एक बार फिर मुलाक़ात

और कितना नजरअंदाज करोगे मुझे
मुझ पर नज़र रखने के बाद
देखते भी ही मेरी तरफ
और फिर नज़रें भी चुरा लेते हो
ये बताओ 
शख्शियत से मेरी
क्यों इतना परेशान हो जाते हो
मैं वही हूं
जो कल थी
बस! बदल गया है थोड़ा चेहरा
पिघल गया है थोड़ा दिल
लेकिन ! सुनो
मुझे पहचानना इतना भी नहीं है मुश्किल
हां! मैं वही हूं
जो कल थी
जब भी आओ मेरे सामने
मुझ पर नज़र मत रखना
मेरा दिल रखना
और
नज़रों से नज़र मिलाकर बात करना
हां ! 
मुझे अच्छा लगेगा
एक बार फिर 
पहले की तरह
तुमसे मुलाक़ात करना।

- @शिखा शर्मा

©Shikkha Sharrma #Visitation #Alfaz #Feelings #Emotions #Kalam #Life #LifesDiary #Poetry #UnspokenThoughts #ShikkhaSharrma