दिल के किसी कमरे में बन्द हूँ ,मुझे निकालो ज़रा देखो यूं ही राह भटक जाता हूँ मैं ,मुझे तुम संभालो ज़रा विश्वास नही करता यूं तो अब ये दिल किसी पर भी मगर तुम पर कर सकता है अगर तुम इसे समझालो ज़रा #require