ये बच्चे! मन के एकदम सच्चे, ज़िद के अपने पक्के, भले हों उमर के कच्चे, रूठने में कलाकार बड़े अच्छे! मॉडर्न इतने जब भी रूठते, मोबाईल देख झट मान जाते! गोद है इनकी पसंदीदा गाड़ी, दुध इनका पेय, बड़े भारी पड़ते जब ये रोए, थोड़े में ख़ुश हो जाते, थोड़े में बिगड़े, थक ना जाओ आप तबतक ये आपसे खेले! मन की बोलते, मन की करते, मीठी बोली को इनकी सब तरसे!! ©Praveen Kumar ये बच्चे...! #stay_home_stay_safe #बच्चे #balkalakaar #vibe #modern #sip #reading #Quote #poetry #Paas