शीश काट कर ब्रह्म देव के चरणों में, अर्पण करने का प्रण लेता रावण भी तिरस्कार का भागी हो जन-गण-मन में, धू-धू करता जले ज्ञान का गागर भी #alokstates #रावण #जीवनगाथा #रामायण #ब्रह्म