कुछ कह के मुझे अपना महरूम हो गए, कुछ तो क़त्ल करके मेरा मासूम हो गए, डर सा लगता है अपनी ही सच्चाई से। हर कोई उदास भागता मेरी परछाईं से, मोहब्बत सी होती जा रही है तन्हाई से। तुम्हें दिल का हाल सुनाऊँ तो उदास हो, तुझसे अपना प्यार छुपाऊँ तो उदास हो, अपनी सुनाकर छिपते हैं मेरी सुनवाई से। हर कोई उदास भागता मेरी परछाईं से, मोहब्बत सी होती जा रही है तन्हाई से। #कुरूप #vatsa #parchai #yqbaba #yqhindi