"उम्र बाँटने वाले उस ठरकी बूढ़े ने दिन लपेट कर भेज दिए हैं नए कलेंडर की चादर में, इनमे कुछ तो ऐसे होंगे जो हम दोनों के साझे हों...! सब से पहले उन्हें छांट कर गिन तो लूँ मैं...! तब बोलूँगा "साल मुबारक" वरना अपना पहले जैसा हाल मुबारक...!" ❤️🙏 #Welcome2020 🖋कुमार विश्वास