कलम उठी है बिगुल बजा है। चहो ओर ये सोर है। आजादी की सांसे ले रहे जो बाबा साहब की देन है। 15 अगस्त हम मना रहे जो बाबा साहब की देन है। 15 अगस्त जिन्दा बाद जय भीम जय भारत 15 अगस्त जिन्दा बाद