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बात जब हमारे, "आत्मसम्मान" की होती है। तब कोई "ख

बात जब हमारे, "आत्मसम्मान" की होती है। 

तब कोई "ख़ास रिश्ता" भी मायने नहीं रखता। 

- ब्राह्मण अभिषेक पटैरिया






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©Abhishek Pateriya #ख़ास_लोग

#Walk
बात जब हमारे, "आत्मसम्मान" की होती है। 

तब कोई "ख़ास रिश्ता" भी मायने नहीं रखता। 

- ब्राह्मण अभिषेक पटैरिया






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©Abhishek Pateriya #ख़ास_लोग

#Walk