तेरा हर इल्ज़ाम लाजमी हें बस बेवफाई का नाम ना दे ला सारे मैखाने की बोतले बस तेरे अश्क भरा जाम ना दे फ़िर तेरे अश्क देखकर ऐसा ना हो क़े शहर जलाने पर उतर आऊ फ़िर भरू उडान सपनों की और फ़िर ऐक बार बिखर जाऊ शहर वाले जाणते हें मेरी आदते तू जानती हें सिर्फ मेरी प्यार की अदा उजाड तो आज भी सके हें तेरा आशियाना पर ईश्क कमजोर कर देता हें वो इरादा खैर आजकल अल्फज बोलते हें मेरे मैफिल सजा करती है मेरे नाम की वो तो तूने प्यार से नजरअंदाज कर लिया वरना पूछ लेना दहशत मेरे नाम की sad shayari दुख शायरी . attitude . प्यार pyar dard