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प्रकृति की गोद में मैं सब कुछ सहता हूँ खुद से ये क

प्रकृति की गोद में मैं सब कुछ सहता हूँ
खुद से ये कहता हूँ
कहाँ चली गयी हो तुम
सदा तुम्हारी आने के आस में
रहता हूँ

©Bhupendra Rawat मैं सब कुछ सहता हूँ
खुद से ये कहता हूँ
कहाँ चली गयी हो तुम
सदा तुम्हारी आने के आस में
रहता हूँ

#AdhureVakya
प्रकृति की गोद में मैं सब कुछ सहता हूँ
खुद से ये कहता हूँ
कहाँ चली गयी हो तुम
सदा तुम्हारी आने के आस में
रहता हूँ

©Bhupendra Rawat मैं सब कुछ सहता हूँ
खुद से ये कहता हूँ
कहाँ चली गयी हो तुम
सदा तुम्हारी आने के आस में
रहता हूँ

#AdhureVakya

मैं सब कुछ सहता हूँ खुद से ये कहता हूँ कहाँ चली गयी हो तुम सदा तुम्हारी आने के आस में रहता हूँ #AdhureVakya