जिंदगी के खूबसूरत रंग, समेट सकते हो.. ..तो समेट लो पल ये खुशनुमा जिंदगी के,,,,, कि लौट न पाएंगे फिर कितने भी जतन कर लो,,,,,, धूप के उजास को ..सोख लो अंतर्मन में ,