यूँ इशारे भर पे तेरे कोई मर सकता नही इस तरह दामन ख़ुशी से कोई भर सकता नही अश्क मेरे बहने लगते आपकी हर आह पर आपसे इतनी मुहब्बत कोई कर सकता नही संदीप'जगन' संदीप'जगन'