जब अन्धेरि रात होति है --तब तेरि याद आति है जब किसि से भि भेट मुलाकत ना हो---तब तेरि याद आति है जब भि कोइ धोखा दे --तब तेरि याद आति है जब भि खुद को खुद मे खोजत हु--तब तेरि याद आति है जब भि रोपडता हु --तब तेरि याद आति है आज मौत आइ मुझे, फिर तेरि याद आइ पर तु ना आए--फिर भि तेरि याद आति है////अल्बिदा ।।। by kumar bishal #LookingDeep mere eashak ..plwase like and share