Nojoto: Largest Storytelling Platform

मुझे मेरा वो दादी के गावँ वाला मेला याद आ जाता है

मुझे मेरा वो दादी के गावँ वाला मेला याद आ जाता है ...
वो मौत का कुआँ याद आ जाता है ..
वो कठपुतली का खेल ...
बहुत याद आता है ....सबकुछ मुझे चलचित्र की 
तरह दिखाई पड़ने लगता है ...ये बड़े बड़े झूले ..
उनदिनों में बैठ तो जाती थी झूले में ...
मगर डर के मारे माँ के आंचल में दुबक भी जाती थी ...
वो मीठी सी जलेबी का स्वाद तो आज भी बहुत मिठास देता है ..❤️

©Parul Yadav
  #mela 
#मेला
#गावँ
#NojotoWritingPrompt 
#streaks udass Afzal Khan Anshu writer SURAJ PAL SINGH VOICE of NEW INDIA PREM Kumbhkar Sethi Ji 
Balwinder Pal Ashutosh Mishra 
SIDDHARTH.SHENDE.sid