छोड़ दी हम ने दुनिया बस तेरी खुशी के लिए, जी सकेंगे न अब हम किसी के लिए, तेरा मिलना बिछड़ना एक ख्वाब सा था, तेरी कसम तरसते रहे बस एक हँसी के लिए, तेरी जुदाई से बढ़ कर क्या ग़म होगा, ज़ख्म काफी हैं ये ही मेरी ज़िन्दगी के लिए। ©Kumar Vinod छोड़ दी हम ने दुनिया