तू भी कभी अपने दिल की बात लिख, तेरे दिल में पनप रहे जज़्बात लिख ! जिन खयालों में खोई हैं ये आंखें तेरी, इत्मीनान से तू वो ख़यालात लिख ! और ख़्वाबों में जो रोज़ करते हैं हम, तू रोज़ होने वाली अपनी वो मुलाक़ात लिख ! मुहब्बत में जो भी दर्द उठाएं हैं हमने, तू हर उस दर्द के हालात लिख ! 'अनुराग' साथ है तेरे जिंदगी के हर मोड़ पर, तू अपने लफ्ज़ों से पूरी क़ायनात लिख ! ✍अनुराग विश्वकर्मा #NojotoQuote