जो बीते बरस ना हो पाया वो इस बरस हो जाए। कुछ ऐसा करम हो खुदा का की तू तरूण का हो जाए।।। जैसे-जैसे नया साल नज़दीक आ रहा है। स्मृतियों की छाया गहन होती जा रही है। क्या किया और क्या किया न गया मन में एक साथ ख़ुशी और अफ़सोस का भाव जारी है। क्या आपके साथ भी ऐसा ही हो रहा है। #बीतेबरसमें #collab करें #yqdidi के साथ। #YourQuoteAndMine Collaborating with YourQuote Didi