जिसकी ज़िक्र सदा लबों पर मेरे रहता है। यादों में तुम ख़ूबसूरत ख़वाब बन सजता है। धड़कन बन दिल में धड़कते रहते हो। कभी आँखों से पानी बन बरस जाते हो। क़यामत तक तेरी याद दिल से जायेगी नहीं। जब तक हैं सांँसें हर पल याद आयेगी तेरी। तेरी यादों में डूबे रहते हैं हम, हर वक्त ख़ुद से रूठे रहते हैं हम। सबने देखा मुझे मुस्कुराते हुए लेकिन अंदर ही अंदर टिटर रहे हैं हम। यादों में तुम मोहब्बत की खुशबू बन कर चले जाते हो। चाहें कितना भी बंद करूंँ दिल के खिड़की दरवाज़े हवा का झोंका बन दस्तक दे जाते हो। ♥️ Challenge-986 #collabwithकोराकाग़ज़ ♥️ इस पोस्ट को हाईलाइट करना न भूलें! 😊 ♥️ दो विजेता होंगे और दोनों विजेताओं की रचनाओं को रोज़ बुके (Rose Bouquet) उपहार स्वरूप दिया जाएगा। ♥️ रचना लिखने के बाद इस पोस्ट पर Done काॅमेंट करें।